What Does Shiv chaisa Mean?
What Does Shiv chaisa Mean?
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ईश्वर ने मेरे भाग्य में क्या लिखा है - प्रेरक कहानी
किया तपहिं भागीरथ भारी। पुरब प्रतिज्ञा तसु पुरारी॥
शिव आरती
दुष्ट सकल नित मोहि सतावै । भ्रमत रहे मोहि चैन न आवै॥
नमो नमो दुर्गे सुख करनी। नमो नमो दुर्गे दुःख हरनी॥ निरंकार है ज्योति तुम्हारी। तिहूँ लोक फैली उजियारी॥
कंबु – कुंदेंदु – कर्पूर – गौरं शिवं, सुंदरं, सच्चिदानंदकंदं ।
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नित्त नेम कर प्रातः ही, पाठ करौं चालीसा।
हनुमान चालीसा लिरिक्स
भाल चन्द्रमा सोहत नीके। कानन कुण्डल नागफनी के॥
नीलकण्ठ तब नाम कहाई ॥ shiv chalisa lyricsl पूजन रामचन्द्र जब कीन्हा ।
जीत के लंक विभीषण दीन्हा ॥ सहस कमल में हो रहे धारी ।
पाठ पूरा हो जाने पर कलश का जल सारे घर में छिड़क दें।
शिव पंचाक्षर स्तोत्र